(01)
मुश्किल परिस्थितियों मैं मनुषय को सहारे की आवश्यकता होती है….सलाह की नहीं॥
(02)
अच्छे होते हैं बुरे लोग…जो अच्छा होने का नाटक तो नहीं करते॥
(03)
दुश्मनों से मोहब्बत होने लगी है… जब से अपनों को अजमाते चले गए॥
(04)
अगर तुम समझ पाते मेरी चाहत की इन्तहा…..तो हम तुमसे नही…. तुम हमसे मोहब्बत करते
(05)
सीढ़ियाँ उन्हे मुबाराक जिन्हें छत पर जाना हो…मेरी मंज़िल तो आसमाँ है..मुझे रास्ता खुद बनाना है॥
(06)
मोहबत है इसलिए जाने दिया …. ज़िद होती तो बाहों में ले लेते।
(07)
उसकी धाक एक दो पर नहीं, सैंकड़ो पर थी… और गिनती भी उसकी शहर के बड़ों बड़ों में थी…द्फ़न केवल छः फ़ीट के गडडे में कर दिया उसको…जबकि ज़मीन उसके नाम तो कई एकड़ों में थी॥
(08)
“साला मै कब का #यमनगरी जाने को बेचैन हू…लेकिन #यमराज कहते है…तू आने के लिये नही…भेजने के लिये पैदा हुआ है..
(09)
महानता कभी ना गिरने में नहीं है, बल्कि हर बार गिरकर उठ जाने में है।
(10)
दुनिया में आपकी कला से भी ज्यादा चीजों के प्रति आपका नजरिया जरुरी होता हैं।
(11)
गन्दगी में तो हम सभी हैं, पर कुछ ऐसे भी हैं जो केवल सितारों को ही देखते हैं।
(12)
दूसरों के प्रति हमारा व्यवहार ये निश्चित करता हैं की हमारे प्रति उनका व्यवहार कैसा होगा!!
(13)
हम वहीँ है जो दूसरों को दर्शाते हैं. इसलिए हमें इसमें सावधानी बरतनी चाहिए॥
(14)
“बात” उन्हीं की होती है, जिनमें कोई “बात” होती है..!
(15)
सूखे होंटों पे ही होती हैं मीठी बातें प्यास जब बुझ जाये तो लहजे बदल जाते हैं ..!!
(16)
गूलाम हूं अपने घर के संस्कारों का .. वरना मै भी लोगों को उनकी औकात दिखाने का हूनर रखता हुं
(17)
रोज स्टेटस बदलने से जिंन्दगी नहीं बदलती,जिंदगी को बदलने के लिये एक स्टेटस काफी है..!!
(18)
रियासते तो आती जाती रहती हे,मगर बादशाही करना तो..आज भी लोग हमसे सीखते हे!
(19)
मजा चख लेने दो उसे गेरो की मोहबत का भी, इतनी चाहत के बाद जो मेरा न हुआ वो ओरो का क्या होगा।
(20)
किसी ने विश्वास तोडा किसी ने दिल.. और लोगों को लगता है कि..बदल गये हम।
(21)
हमारा वक्त भी आयेगा
(22)
जैसा भी हूं अच्छा या बुरा अपने लिये हूं,मै खुद को नही देखता औरो की नजर से..!!
(23)
क्यो ना गुरूर करू मै अपने आप पे….मुझे उसने चाहा जिसके चाहने वाले हजारो थे!
(24)
अक्सर वही लोग उठाते हैं हम पर उंगलिया, जिनकी हमें छूने की औकात नहीं होती।
(25)
क्या ओकात है तेरी ए जिन्दगी …चार दिन की मोहब्बत तुझे बरबाद कर देती है..
(26)
आसमान में उड़ने वाले जरा ये खबर भी रख….!! जन्नत पहुँचने का रास्ता मिट्टी से ही गुजरता है….!!
(27)
मैं क्यूँ कुछ सोच कर दिल छोटा करूँ…वो उतनी ही कर सकी वफ़ा जितनी उसकी औकात थी…
(28)
पिछले बरस था खौफ की तुझको खो ना दूँ कही,अब के बरस ये दुआ है की तेरा सामना ना हो
(29)
मत पूछना मेरी शख्सियत के बारे में ..हम जैसे दिखते है वैसे ही लिखते है …!
(30)
रेत पर नाम कभी लिखते नहीं,रेत पर नाम कभी टिकते नहीं,लोग कहते है कि हम पत्थर दिल हैं,लेकिन पत्थरों पर लिखे नाम कभी मिटते नहीं।
(31)
हम तो बेज़ान चीज़ों से भी वफ़ा करते हैं,तुझमे तो फिर भी मेरी जान बसी है।
(32)
लोगो से कह दो हमारी तकदीर से जलना छोड़ दे। हम घर से दवा नही ‘माँ की दुआ’ लेकर निकलते है।
(33)
हम भी दरिया है, हमे अपना हुनर मालूम हे। जिस तरफ भी चल पडेंगे, रास्ता हो जायेगा।
मुश्किल परिस्थितियों मैं मनुषय को सहारे की आवश्यकता होती है….सलाह की नहीं॥
(02)
अच्छे होते हैं बुरे लोग…जो अच्छा होने का नाटक तो नहीं करते॥
(03)
दुश्मनों से मोहब्बत होने लगी है… जब से अपनों को अजमाते चले गए॥
(04)
अगर तुम समझ पाते मेरी चाहत की इन्तहा…..तो हम तुमसे नही…. तुम हमसे मोहब्बत करते
(05)
सीढ़ियाँ उन्हे मुबाराक जिन्हें छत पर जाना हो…मेरी मंज़िल तो आसमाँ है..मुझे रास्ता खुद बनाना है॥
(06)
मोहबत है इसलिए जाने दिया …. ज़िद होती तो बाहों में ले लेते।
(07)
उसकी धाक एक दो पर नहीं, सैंकड़ो पर थी… और गिनती भी उसकी शहर के बड़ों बड़ों में थी…द्फ़न केवल छः फ़ीट के गडडे में कर दिया उसको…जबकि ज़मीन उसके नाम तो कई एकड़ों में थी॥
(08)
“साला मै कब का #यमनगरी जाने को बेचैन हू…लेकिन #यमराज कहते है…तू आने के लिये नही…भेजने के लिये पैदा हुआ है..
(09)
महानता कभी ना गिरने में नहीं है, बल्कि हर बार गिरकर उठ जाने में है।
(10)
दुनिया में आपकी कला से भी ज्यादा चीजों के प्रति आपका नजरिया जरुरी होता हैं।
(11)
गन्दगी में तो हम सभी हैं, पर कुछ ऐसे भी हैं जो केवल सितारों को ही देखते हैं।
(12)
दूसरों के प्रति हमारा व्यवहार ये निश्चित करता हैं की हमारे प्रति उनका व्यवहार कैसा होगा!!
(13)
हम वहीँ है जो दूसरों को दर्शाते हैं. इसलिए हमें इसमें सावधानी बरतनी चाहिए॥
(14)
“बात” उन्हीं की होती है, जिनमें कोई “बात” होती है..!
(15)
सूखे होंटों पे ही होती हैं मीठी बातें प्यास जब बुझ जाये तो लहजे बदल जाते हैं ..!!
(16)
गूलाम हूं अपने घर के संस्कारों का .. वरना मै भी लोगों को उनकी औकात दिखाने का हूनर रखता हुं
(17)
रोज स्टेटस बदलने से जिंन्दगी नहीं बदलती,जिंदगी को बदलने के लिये एक स्टेटस काफी है..!!
(18)
रियासते तो आती जाती रहती हे,मगर बादशाही करना तो..आज भी लोग हमसे सीखते हे!
(19)
मजा चख लेने दो उसे गेरो की मोहबत का भी, इतनी चाहत के बाद जो मेरा न हुआ वो ओरो का क्या होगा।
(20)
किसी ने विश्वास तोडा किसी ने दिल.. और लोगों को लगता है कि..बदल गये हम।
(21)
हमारा वक्त भी आयेगा
(22)
जैसा भी हूं अच्छा या बुरा अपने लिये हूं,मै खुद को नही देखता औरो की नजर से..!!
(23)
क्यो ना गुरूर करू मै अपने आप पे….मुझे उसने चाहा जिसके चाहने वाले हजारो थे!
(24)
अक्सर वही लोग उठाते हैं हम पर उंगलिया, जिनकी हमें छूने की औकात नहीं होती।
(25)
क्या ओकात है तेरी ए जिन्दगी …चार दिन की मोहब्बत तुझे बरबाद कर देती है..
(26)
आसमान में उड़ने वाले जरा ये खबर भी रख….!! जन्नत पहुँचने का रास्ता मिट्टी से ही गुजरता है….!!
(27)
मैं क्यूँ कुछ सोच कर दिल छोटा करूँ…वो उतनी ही कर सकी वफ़ा जितनी उसकी औकात थी…
(28)
पिछले बरस था खौफ की तुझको खो ना दूँ कही,अब के बरस ये दुआ है की तेरा सामना ना हो
(29)
मत पूछना मेरी शख्सियत के बारे में ..हम जैसे दिखते है वैसे ही लिखते है …!
(30)
रेत पर नाम कभी लिखते नहीं,रेत पर नाम कभी टिकते नहीं,लोग कहते है कि हम पत्थर दिल हैं,लेकिन पत्थरों पर लिखे नाम कभी मिटते नहीं।
(31)
हम तो बेज़ान चीज़ों से भी वफ़ा करते हैं,तुझमे तो फिर भी मेरी जान बसी है।
(32)
लोगो से कह दो हमारी तकदीर से जलना छोड़ दे। हम घर से दवा नही ‘माँ की दुआ’ लेकर निकलते है।
(33)
हम भी दरिया है, हमे अपना हुनर मालूम हे। जिस तरफ भी चल पडेंगे, रास्ता हो जायेगा।
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